बाल कृष्ण के 5 सबसे लोकप्रिय भजन Top 5 Baal Krishna Bhajan Lyrics
भगवान श्री कृष्णा अपने बचपन में बड़े ही नटखट थे। माखन चुराना, माखन खाना, गाय चराना तथा मनमोहक शरारतें करना यह सब उनके प्रिय कार्य थे। आज की पोस्ट में हम श्री बाल कृष्णा के पांच सबसे लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स जानेंगे, जो कि श्री कृष्ण भगवान की इन्हीं बाल लीलाओं पर आधारित है।
1. बाल कृष्ण भजन – मैया मोरी मैं नहीं माखन खायों
( मैया मोरी मैं नहीं माखन खायों – वीडियो )
मैया मोरी, मैया मोरी, मैया मोरी, मैया मोरी, मैया मोरी ….. मै नहीं माखन खायो
मैं नहिं माखन खायो मैया मोरी,
मै नहीं माखन खायो ।
मैया मोरी .. भोर भयो गैयन के पाछे,
तुने मधुवन मोहिं पठायो,
भोर भयो गैयन के पाछे,
तुने मधुवन मोहिं पठायो,
चार प्रहर बंसीबट भटक्यो,
साँझ परे मैं घर आयो,
रि मैया मोरी मैं कब माखन खायो ,
रि मैया मोरी मैं कब माखन खायो ।
भोर भयो … भोर भयो …
भोर .. गैयन के पाछे,
तुने मधुवन मोहिं पठायो,
भोर भयो … भोर भयो .. भोर भयो गैयन के पाछे,
तुने मधुवन मोहिं पठायो ।
चार प्रहर बंसीबट भटक्यो,
साँझ परे मैं घर आयो,
साँझ परे मैं घर आयो,
रि मैया मोरी मैं कब माखन खायो ,
रि मैया मोरी मैं कब माखन खायो ।
मैया मोरी मैं बालक बहिंयन को छोटो, छोटो, छोटो, छोटो, छोटो,
मैं बालक बहिंयन को छोटो,
ये छींको किस विधि पायो,
ये छींको किस विधि पायो ।
मैया ये ग्वाल बाल सब बैर पड़े हैं, ये ग्वाल बाल सब बैर पड़े हैं, बरबस मुख लपटायो
रि मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो ।
मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो ।
अरी हां मेरी मैया, अरी हां मेरी मैया,
अरी भोली मेरी मैया, प्यारी प्यारी मेरी मैया ,
अरी हो मेरी मैया, अरी हां मेरी मैया,
मैया तु जननी, मैया तु जननी, मन की अति भोली,
तु जननी, मैया तु जननी, मन की अति भोली,
इनके कहे पतियायो रे मैया मोरी, इनके कहे पतियायो
मैया ये लै अपनी लकुटि कमलिया, ये लै अपनी लकुटि कमलिया, तुने बहुत ही नाच नचायो …
मैया मोरी मैं नहीं माखन खायों
मैया मोरी…..
मैया जिया तेरे कुछ भेद उपजहैं,
जिया तेरे कुछ भेद उपजहैं
तुने मोहे जानो परायो जायो
तुने मोहे जानो परायो जायो
सुरदास तब हँसि जसोदा,
सुरदास तब हँसि जसोदा
लेउरगंठ लगायो
लेउरगंठ लगायो
नैन नीर भरी आयो
नैन नीर भरी आयो
कन्हैया
कन्हैया तैं नहीं माखन खायों
कन्हैया मोरी तै नहीं माखन खायों
लल्ला मोरी तैं नहीं माखन खायों
कन्हैया तै नहीं माखन खायों …
ओ मैया मैं नहीं माखन खायों …
ओ सुन मैया मोरी, ओ सुन मैया मोरी
मै ने ही माखन खायों
सुन मैया मोरी मैं ने ही माखन खायों
सुन मैया मोरी मैं ने ही माखन खायों
रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों, रे माखन खायों,
सुन मैया मोरी मैं ने ही माखन खायों
सुन मैया मोरी
मैं ने ही माखन , मैं ने ही माखन, मैं ने ही माखन खायों
2. बाल कृष्ण भजन – छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल लिरिक्स
( छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल – वीडियो )
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल,
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ।
छोटी छोटी गैया..
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल,
बीच में मेरो मदन गोपाल ।
छोटी छोटी गैया..
कारी कारी गैया गोरे गोरे ग्वाल,
श्याम वरण मेरो मदन गोपाल ।
छोटी छोटी गैया..
घास खाए गैया दूध पीवे ग्वाल,
माखन खावे मेरो मदन गोपाल ।
छोटी छोटी गैया..
छोटी छोटी लकुटी छोले छोटे हाथ,
बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल ।
छोटी छोटी गैया..
छोटी छोटी सखियाँ मधुबन बाग,
रास राचावे मेरो मदन गोपाल ।
छोटी छोटी गैया..
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल,
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ।
3. बाल कृष्ण भजन – यशोमती मैया से बोले नंदलाला लिरिक्स
( यशोमती मैया से बोले नंदलाला – वीडियो )
यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥
बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया
कारी अंधियरी आधी रात में तू आया
लाडला कन्हैया मेरा, काली कमली वाला
इसीलिए काला॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥
बोली मुस्काती मैया, सुन मेरे प्यारे
गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे
काले नैनों वाली ने, ऐसा जादू डाला
इसीलिए काला॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥
इतने में राधा प्यारी, आई इठलाती
मैंने न जादू डाला, बोली बलखाती
मैय्या कन्हैया तेरा हो, जग से निराला
इसीलिए काला॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥
4. बाल कृष्ण भजन – यशोदा का नंदलाला ब्रज का उजाला है लिरिक्स
( यशोदा का नंदलाला – वीडियो )
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू उ..
ज़ु ज़ु ज़ु ज़ु ज़ू..
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
रात ठंडी ठंडी हवा गाके सुलायें
भोर गुलाबी पलकें, झूमके जगायें
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
सोते सोते गहरी नींद में
मुन्ना क्यू मुस्काये
पुछो मुझसे मैं जानू
इसको क्या सपना आए
जुग जुग से ये लाल है अपना
हर पल देखे बस यही सपना
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
जब भी जनम ले मेरी गोद में आए
मेरे लाल से तो सारा जग झील मिलाए
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
मेरी उंगली थाम के जब ये
घर आँगन में डोले
मेरे मन में सोई सोई
ममता आँखे खोले
चुपके चुपके मुझको ताके
जैसे ये मेरे मन में झाँके
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
चेहरे से आँखे नहीं हटती हटाए
मेरे लाल से तो सारा जग झील मिलाए
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
दो आँखों में तुझे बसाके
जाने कब से जागूँ
तू माँगे तो जान भी देदूं
तुझसे कुछ ना मांगूं
खोल तू आँखें देख यहाँ हूँ
और नहीं कोई मैं तेरी माँ हूँ
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
तेरे लिये कैसे कैसे सपने सजाए
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
जाने कब ये आती जाती
सांस कहाँ थम जाए
एक मुरझाता फूल टूट के
डाल से कब गिर जाए
तू जो मुझे माँ माँ माँ माँ
तू जो मुझे माँ कहके बुलाए
रूह को मेरी चैन आ जाए
रूह को मेरी चैन आ जाए
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू
सो जाऊं ऐसे फिर ना जागूँ में जगाए
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
यशोदा का नंदलाला
ब्रज का उजाला है
मेरे लाल से तो सारा
जग झिलमिलाए
रात ठंडी ठंडी हवा, गाके सुलाएं
भोर गुलाबी पलके, झूमके जगाएं
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू ज़ु उ..
ज़ु ज़ु ज़ू ज़ु ज़ू…..
5. बाल कृष्ण भजन – लडडू गोपाल प्यारा लडडू गोपाल लिरिक्स
( लडडू गोपाल प्यारा लडडू गोपाल – वीडियो )
लडडू गोपाल प्यारा लडडू गोपाल,
करता कमाल प्यारा लडडू गोपाल,
जो कोई इनको घर में ले आए,
बच्चों जैसे लाड लड़ाए,
उनका रखता ख्याल प्यारा लडडू गोपाल,
लडडू गोपाल प्यारा लडडू गोपाल…..
जो कोई इनको झुला झुलाए,
माखन मिश्री भोग लगाए,
उन पे होता दयाल प्यारा लडडू गोपाल,
लडडू गोपाल प्यारा लडडू गोपाल…..
जो कोई बांझन दर पे आए,
बच्चे की अरदास लगाए,
उसका बन जाए लाल प्यारा लडडू गोपाल,
लडडू गोपाल प्यारा लडडू गोपाल…..