Ganesh Bhajan Lyrics: श्री गणेश जी के 24 सबसे लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स
मंगलमूर्ति श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता के नाम से जाना जाता है। श्री गणेश जी की पूजा आराधना से सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है। किसी भी प्रकार का विघ्न बाधा परेशानियां नहीं आती है। श्री गणेश जी की पूजा आराधना व भजन किर्तन करने से श्री गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। आज के पोस्ट में हम श्री गणेश जी की कुछ लोकप्रिय भजनों का लिरिक्स जानेंगे।
1. श्री गणेश भजन लिरिक्स – जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ।
प्रथमे गौरा जी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,
त्रितिये सुमीरु शारदा,
मेरे कारज करो हमेश ।
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ।
किस जननी ने तुझे जनम दियो है,
किस जननी ने तुझे जनम दियो है,
किसने दियो उपदेश,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ।
माता गौरा ने तेनू जनम दियो है,
माता गौरा ने तेनू जनम दियो है,
शिव ने दियो उपदेश,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ।
कारज पूरण कदहि होवे,
कारज पूरण कदहि होवे,
गणपति पूजो जी हमेश,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ।
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश,
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश ।
2. श्री गणेश भजन लिरिक्स – घर में पधारो गजाननजी मेरे घर में पधारो
घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो ।
राम जी आना, लक्ष्मण जी आना
संग में लाना सीता मैया, मेरे घर में पधारो ॥
ब्रम्हा जी आना, विष्णु जी आना
भोले शशंकर जी को ले आना, मेरे घर में पधारो ॥
लक्ष्मी जी आना, गौरी जी आना
सरस्वती मैया को ले आना, मेरे घर में पधारो ॥
विघन को हारना, मंगल करना,
कारज शुभ कर जाना, मेरे घर में पधारो ॥
3. श्री गणेश भजन लिरिक्स – मोरया रे बाप्पा मोरिया रे
गणपति बाप्पा मोरया ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
गणपति बाप्पा मोरया ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
बाप्पा बाप्पा मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
स्वामी त्रिकाल का करता,
तू सुखदाता दुखहरता,
मंगल मूर्ति मोरया ,
सब में तेरा मन रमता,
जग में जहा जहा जाऊ,
तेरा रूप वहा पाऊ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
तेरा नाम सदा गाऊ
मोरया रे बाप्पा मोरया रे,
मोरया मोरया ,गणपति बाप्पा मोरया ,
गणपति बाप्पा मोरया,
मंगल मूर्ति मोरया
गणपति बाप्पा मोरया ,
मंगल मूर्ति मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे
4. श्री गणेश भजन लिरिक्स – रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।।
सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये,
आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये,
ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की,
तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।।
तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो,
बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो,
कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे,
रिध्धि सिद्धि का वर ही हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।।
सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम,
सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम,
ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे,
बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो
5. श्री गणेश भजन लिरिक्स – सिंदूर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको
सिंदूर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको।
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको।
हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको।
महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥1॥
जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ॥धृ॥
अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि।
विघ्नविनाशन मंगल मूरत अधिकारी।
कोटीसूरजप्रकाश ऐबी छबि तेरी।
गंडस्थलमदमस्तक झूले शशिबिहारि ॥2॥
जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ॥
भावभगत से कोई शरणागत आवे।
संतत संपत सबही भरपूर पावे।
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे।
गोसावीनंदन निशिदिन गुन गावे ॥3॥
जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ॥
6. श्री गणेश भजन लिरिक्स – सुख करता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को
दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को
हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को
महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को
जय जय जय जय जय
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी
विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी
गंडस्थल मद्मस्तक झूल शशि बहरी
जय जय जय जय जय
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे
जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता
जय देव जय देव
Also Read
नीचे दिए लिस्ट में कुछ रोचक जानकारियां दिये हैं, उन्हें भी क्लिक करके अवश्य पढ़ें
2. श्री गणेश जी की 3 पापुलर आरतीयां कौन कौन से हैं ?
3. श्री गणेश जी का असली नाम क्या है ?
4. श्री गणेश जी की 14 सबसे प्रभावशाली मंत्र, पायें सभी कार्यों में मनचाहा रिजल्ट
5. जानिए श्री सूर्य अष्टकम पढ़ने के 10 चमत्कारिक फायदे कौन कौन से हैं ?
6. श्री बजरंग बली और महादेव में युद्ध कब हुआ और क्यों हुआ ?
7. श्री सूर्य देव की विविध 48 चमत्कारीक मंत्र
8. ललिता सहस्त्रनाम पढ़ने के 34 अद्भुत चमत्कारिक फायदे ? ललिता सहस्त्रनाम कैसे मौत से बचाती है?
9. हनुमान जी की 3 पत्नियां कौन है? जानिए सच क्या है ?
10. जानिए श्री ललिता माता कौन है, जिनके नाम की महिमा श्री हरि विष्णु और शिव जी से ज्यादा है
11. जानिए श्रीगणेशजी और महाबली हनुमान के बीच में युद्ध की कहानी
7. श्री गणेश भजन लिरिक्स – श्री गणेश गणेश शरणम ममः श्री लम्बोदर शरणम ममः लिरिक्स
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
श्री गजानन शरणम् ममः,
श्री विघ्नराज शरणम् ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
श्री गजानन शरणम् ममः,
श्री विघ्नराज शरणम् ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
श्री गजानन शरणम् ममः,
श्री विघ्नराज शरणम् ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
गौरी पुत्र को सुमिरन करके,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
गौरी पुत्र को सुमिरन करके,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
श्री गजानन शरणम् ममः,
श्री विघ्नराज शरणम् ममः,
आकाश और पाताल बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
वन वन की हरियाली बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री एकदन्त शरणम ममः,
सूर्य चंद्र ब्रह्माण्ड बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
सर्व जगत व्यापक बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री वक्रतुण्ड शरणम ममः,
दूर्वा और कुमकुम अक्षत बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
मोदक और मूषक बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री शिवनंदन शरणम ममः,
शुक्ल पक्ष की चतुर्थी बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
विनायक की चतुर्थी बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री शूर्पकर्प शरणम ममः,
कृष्ण पक्ष की चतुर्थी बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
संकष्टी की चौथ बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री भालचंद्र शरणम ममः,
मंगलवारी चतुर्थी बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
अंगारिका चौथ बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री चतुर्भुज शरणम ममः,
माघसुद की चतुर्थी बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
तिल चतुर्थी हर पल बोले,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री सिद्धिदायक शरणम ममः,
श्री गणेश गणेश शरणम ममः,
श्री लम्बोदर शरणम ममः,
श्री गजानन शरणम् ममः,
श्री विघ्नराज शरणम् ममः,
8. श्री गणेश भजन लिरिक्स – एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि लिरिक्स
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
गणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि ।
गुणशरीराय गुणमण्डिताय गुणेशानाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
गानचतुराय गानप्राणाय गानान्तरात्मने ।
गानोत्सुकाय गानमत्ताय गानोत्सुकमनसे ।
गुरुपूजिताय गुरुदेवताय गुरुकुलस्थायिने ।
गुरुविक्रमाय गुह्यप्रवराय गुरवे गुणगुरवे ।
गुरुदैत्यगलच्छेत्रे गुरुधर्मसदाराध्याय ।
गुरुपुत्रपरित्रात्रे गुरुपाखण्डखण्डकाय ।
गीतसाराय गीततत्त्वाय गीतगोत्राय धीमहि ।
गूढगुल्फाय गन्धमत्ताय गोजयप्रदाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
ग्रन्थगीताय ग्रन्थगेयाय ग्रन्थान्तरात्मने ।
गीतलीनाय गीताश्रयाय गीतवाद्यपटवे ।
गेयचरिताय गायकवराय गन्धर्वप्रियकृते ।
गायकाधीनविग्रहाय गङ्गाजलप्रणयवते ।
गौरीस्तनन्धयाय गौरीहृदयनन्दनाय ।
गौरभानुसुताय गौरीगणेश्वराय ।
गौरीप्रणयाय गौरीप्रवणाय गौरभावाय धीमहि ।
गोसहस्राय गोवर्धनाय गोपगोपाय धीमहि ।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि ।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि ।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि ॥
9. श्री गणेश भजन लिरिक्स – आनंद उमंग जय हो गणपति महाराज की लिरिक्स
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
गोरा जी के लाल जी
जय भोले जी के लाल की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की
जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की
गोरा जी के लाल जी
जय भोले जी के लाल की
गोरा जी के लाल जी
जय भोले जी के लाल की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
कोटि ब्रह्माण्ड के अधिपति
लाल की
दर्शन दिखाने भक्तो के
प्रतिपाल की
कोटि ब्रह्माण्ड के अधिपति
लाल की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की
गजमुख गजानन है
गोरा जी के लाल की
गजमुख गजानन है
गोरा जी के लाल की
आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की कोटि ब्रह्माण्ड के अधिपति
लाल की आनंद उमंग
जय हो गणपति महाराज की जग में आनंद
जय हो गणपति महाराज की
10. श्री गणेश भजन लिरिक्स – ॐ गं गणपतये नमो नमः मंत्र लिरिक्स
ॐ गं गणपतये नमो नम:
श्री सिद्धि विनायक नमो नम:
अष्टविनायक नमो नम:
गणपती बाप्पा मोरया ।।
ॐ गं गणपतये नमो नम:
श्री सिद्धि विनायक नमो नम:
अष्टविनायक नमो नम:
गणपती बाप्पा मोरया ।।
ॐ गं गणपतये नमो नम:
श्री सिद्धि विनायक नमो नम:
अष्टविनायक नमो नम:
गणपती बाप्पा मोरया ।।
ॐ गं गणपतये नमो नम:
श्री सिद्धि विनायक नमो नम:
अष्टविनायक नमो नम:
गणपती बाप्पा मोरया ।।
ॐ गं गणपतये नमो नम:
श्री सिद्धि विनायक नमो नम:
अष्टविनायक नमो नम:
गणपती बाप्पा मोरया ।।
ॐ गं गणपतये नमो नम:
श्री सिद्धि विनायक नमो नम:
अष्टविनायक नमो नम:
गणपती बाप्पा मोरया
11. श्री गणेश भजन लिरिक्स – आल्हा श्री गणेश जी की
( आल्हा श्री गणेश जी की – वीडियो )
जय जय हो नाथ गणेशा संजो तुमको रही मनाये
दे दो इतना ज्ञान गजानन हमसे भूल नहीं हो जाए
हंस वाहिनी मात सरस्वती सदा विराजो कंठ पे आये
गणपति का गुणगान करूँ मै जिनकी पूजा सबको भाये
आदि गणेश आपके आगे सारे देवता शीश नवाये
ब्रह्मा विष्णु और मुनिवर शरण तुम्हारी चल के आये
कष्ट कलेशो को हरते हो भक्तो के तुम सदा सहाये
श्रद्धा पूर्वक जो कोई पूजे प्रभु तेरे ये पावन पांव
श्रद्धा पूर्वक जो कोई पूजे
श्रद्धा पूर्वक जो कोई पूजे प्रभु तेरे ये पावन पांव
पुण्य प्राप्त होते है उसको सारे पाप नष्ट हो जाए
सबसे पहले शुभ कार्यो में तेरी पूजा सब करवाए
बुधवार के दिन भगतगण श्री गणेश का व्रत रखाये
विघ्न विनाशक गणपति बाबा भक्तो की पीड़ा हर जाए
भादो मास की तिथि चतुर्थी गणेश जयंती भक्त मनाये
११ दिन तेरी करते पूजा लड्डुवन से तेरा भोग लगाए
भजन कीर्तन करे तुम्हारा शाम को तेरी ज्योत जलाये
श्री गणेश अपने भक्तो पर देते है कृपा बरसाए
श्री गणेश अपने भक्तो पर
श्री गणेश अपने भक्तो पर देते है कृपा बरसाए
एक भक्त की सुनो कहानी बुढ़िया रानी की बतलाये
रहती थी वो एक गांव में अपने एक बहु के साथ
करे झोपडी में ही बसेरा इतने बुरे घर के हालात
भीगे बुढ़िया टूटे झोपड़िया जब भी आती थी बरसात
दुखी देखकर वो अपने को प्रभु को याद करे दिन रात
प्रभु से वो करती फरियादें दुरो करो लाचारी नाथ
इसी गांव में आठ साल का गया एक अनजाना आये
हाथ में दूध भरी चम्मच थी जरा सी चावल मुट्ठी दवाये
हाथ में दूध भरी चम्मच थी
हाथ में दूध भरी चम्मच थी जरा सी चावल मुट्ठी दवाये
घूम घूमकर गली गली में सबसे यही गुहार लगाए
भूख लगी है मुझको भारी कोई तो दे मेरी खीर पकाये
फ़टे पुराने कपडे पहने द्वार द्वार आवाज लगाए
थोड़ा दूध देख महिलाये लड़के को पागल बतलाये
कोई सुने ना उसकी विनती उलटा देती उसे भगाये
लेके घूमे पसना जा की मति गई बौराये
भूखा प्यासा फिरे वो लड़का हुआ निराश गया दुखिआए
निकल गया वो गांव से बाहर उसे झोपड़ी गई दिखाए
निकल गया वो गांव से बाहर
निकल गया वो गांव से बाहर उसे झोपड़ी गई दिखाए
जिसमे बैठी थी वो बुढ़िया पास उसकी पंहुचा जाए
बोला लड़का उस बुढ़िया से मुझे भूख माँ रही सताए
ये लो दूध और ये लो चावल मेरे लिए दो खीर बनाये
बुढ़िया ने जब देखा लड़का उसको तरस गए था आये
लेकिन वो क्या करे बेचारी दूध एक चम्मच दिखलाये
बोली बुढ़िया उस बच्चे से खीर तेरी कैसे बन पाए
थोड़े चावल है पुड़िया में थोड़ा दूध रहा दिखलाये
बोला बेटा जो भी है माँ कोशिश करके देख ले जाए
बोला बेटा जो भी है माँ
बोला बेटा जो भी है माँ कोशिश करके देख ले जाए
जो भी खीर पकेगी मैया उसी से लूंगा भूख मिटाये
सुनकर बात उस लड़के की बुढ़िया के आंसू आ जाए
तब एक छोटे से बर्तन में दीन्हि उसने खीर बनाये
जैसे ही खीर परोसी उसको पूरी थाली भर गई जाए
किन्तु खीर की धार ना टूटी और भी बर्तन भर गए जाए
घर के सारे बर्तन भर गए छोटे बड़े बचा कुछ नाये
खीर खत्म ना हुयी अभी भी तब लड़का बोला है माये
बड़े बड़े बर्तन ले आओ आस पडोसी के घर जाए
बड़े बड़े बर्तन ले आओ
बड़े बड़े बर्तन ले आओ आस पडोसी के घर जाए
तब बुढ़िया ने उसी गांव से लीन्हे बड़े पात्र मंगवाये
खीर से भर गए तभी लबालब तब लड़का बोला है माये
सारे गांव को न्योता दे दो भंडारा अब देयो कराये
बुढ़िया ने फिर सारे गांव को न्योता दीन्हा था भिजवाए
सुनकर बुढ़िया का वो न्योता नर नारी सब हंसी उड़ाए
खुद खाने के पड़े है लाले बुढ़िया सबको खीर खिलाये
शायद बुढ़िया भई बाबरिया या फिर गई है वो पगलाए
लोग इक्क्ठे भये गांव के सलाह मस्वारा रहे बनाये
लोग इक्क्ठे भये गांव के
लोग इक्क्ठे भये गांव के सलाह मस्वारा रहे बनाये
कोई कहे चलो तो भैया बुढ़िया घर भंडारा खाये
कहे कोई जाने से पहले घर पर ही भोजन खा जाए
लौट के भी खाना खा लेंगे पहले देखे वहां पे जाए
सभी एकजुट हो कर भैया पहुंचे बुढ़िया के घर जाए
भीड़ इक्क्ठी भई देखकर उसकी बहु गई घबराये
खीर पारस लीन्ही थाली में कही खीर सब निपट ना जाए
श्री गणेश का नाम सुमिर कर चुपके खीर गई वो खाये
बैठ गए सब लोग लाइन में शुरू हुआ भंडारा जाए
बैठ गए सब का वहां पर
बैठ गए सब लोग लाइन में शुरू हुआ भंडारा जाए
पुरे गांव के सब नर नारी गए प्रेम से भोजन पाए
जो घर भोजन कर के आया वही लोग रहे पछताए
भंडारा सब लोग खा गए फिर बच्चे को लिया बुलाये
बेटा अब तुम भी कुछ खा लो लेयो अपनी भूख मिटाये
तब बोला बच्चा बुढ़िया से मैंने तो लिया भोग लगाए
अब तुम खा लो प्यारी मैया बढ़िया खीर बनी मनभाये
तुमने कब खा ली है बैठा तुम्हे तो खाते देखा नाये
बोला बेटा सबसे पहले लिया था मैंने भोग लगाए
बोला बेटा सबसे पहले
बोला बेटा सबसे पहले लिया था मैंने भोग लगाए
जब चुपके से तेरी बहु ने खीर ली पहले ही खाये
लेकर नाम गणेशा पहले उसने मुझको दी चटाये
तभी भूख भुझ गई मेरी माँ अब तुम भोजन कर लो आये
बच्चे ने अपने हाथो से बुढ़िया को दी खीर खिलाये
तब बुढ़िया बोली बच्चे से आँखों से आंसू बरसाए
क्या बेटा तुम श्री गणेश हो इस बुढ़िया को देयो बताये
तब वो लड़का श्री गणेश के रूप में प्रगट हो गया जाए
पांव पकड़ लीन्हे बुढ़िया ने रहे नाथ कृपा बरसाए
पांव पकड़ लीन्हे बुढ़िया ने
पांव पकड़ लीन्हे बुढ़िया ने रहे नाथ कृपा बरसाए
अपना एक पैर कुटिया में श्री गणेश ने दिया छपाये
हो गए अंतर्ध्यान प्रभु वो बुढ़िया देखत ही रह जाए
टूटी हुयी झोपडी उसकी बदल गई महलो में जाए
धन दौलत के भंडारे है नौकर चाकर शीश नवाये
विनय हमारी सुनो विनायक संजो के तुम बनो सहाये
जैसी कृपा करी बुढ़िया पर वैसी कृपा देयो बरसाए
रमेश भैया ने लिखा है आल्हा श्री गणेश को शीश नवाये
मनोकमना राजेंद्र की पूरी करो गजानन आये
Singer – Sanjo Baghel
12. श्री गणेश भजन लिरिक्स – ये गौरी माँ का लाला भक्तों
मूषक की सवारी करे गजमुख धारी जी
लड्डुओं का भोग लगे सूरत प्यारी जी
जो भी सबसे पहले इनको मनावे है बिगड़ी बनावे
ये गौरी माँ का लाला भक्तो भक्तो
गौरा माँ ने जन्म दिया शिव जी का दुलारा जी
सबसे पहले पूजा होती देव बड़ा मतवाला जी
अपने भक्तो के विघ्न मिटावे खुशियां लावे
ये गौरी माँ का लाला भक्तो भक्तो
मुक्ति दाता देव तुम्ही हो प्रथम पूज्य वरदान तुम्ही
तीन लोक में गणपती तेरी जय जयकार
शुभ कारज में काज करावे हाँ शुभ पल लावे
ये गौरी माँ का लाला भक्तो भक्तो
रिद्धि सिद्धि स्वामी हो तुम जग पालनहार तुम्ही
जो भी सच्चे मन से पुकारे उसकी हर फ़रियाद सूनी
सारे सुख का भोग करावे दया बरसावे
ये गौरी माँ का लाला भक्तो भक्तो
मूषक की सवारी करे गजमुख धारी जी
लड्डुओं का भोग लगे सूरत प्यारी जी
जो भी सबसे पहले इनको मनावे है बिगड़ी बनावे
ये गौरी माँ का लाला भक्तो भक्तो
13. श्री गणेश भजन लिरिक्स – हे गज बंदन हे गणराज
हे गज बंदन हे गणराज हे गज बंदन हे गणराज
पूर्ण कीजो मेरो काज पूर्ण कीजो मेरो काज
रूप चतुर्भुज अंकुश धारी मुश्क तुम्हरी है असवारी -2
कृपा कर दो मुझ पे आप पूर्ण कीजो मेरो काज
हे गज बंदन हे गणराज हे गज बंदन हे गणराज
पूर्ण कीजो मेरो काज पूर्ण कीजो मेरो काज
रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता भक्तजनन के भाग्यविधाता 2
विनती सुन लो मेरी आप पूर्ण कीजो मेरो काज
हे गज बंदन हे गणराज हे गज बंदन हे गणराज
पूर्ण कीजो मेरो काज पूर्ण कीजो मेरो काज
मंगल करता सब दुःख हरता तुम हो देवा जग के भरता -२
जानत हो सब मन के राज पूर्ण कीजो मेरो काज
हे गज बंदन हे गणराज हे गज बंदन हे गणराज
पूर्ण कीजो मेरो काज पूर्ण कीजो मेरो काज
14. श्री गणेश भजन लिरिक्स – गणपति भोले का लाड़ला
ॐ गण गणपते नमः ॐ गण गणपते नमः
गणपति बप्पा मोरया मेरे भोले का बेटा लाडला
गणपति बप्पा मोरया माँ गौरा का बेटा लाडला
सबको शक्ति देता है सबको मुक्ति देता है
रिद्धि देता सिद्धि देता देता है सौर्या
गणपति बप्पा मोरया मेरे भोले का बेटा लाडला
गणपति बप्पा मोरया माँ गौरा का बेटा लाडला
सबसे पहले गजानंद को मनाना चाहिए
विघ्न आकर आरम्भ करना चाहिए
देखो लालबाग के राजा जी आ गए
रूप तेजवान तीनो लोको पे छा गए
सबको शक्ति देता है सबको मुक्ति देता है
रिद्धि देता सिद्धि देता देता है सौर्या
गणपति बप्पा मोरया मेरे भोले का बेटा लाडला
गणपति बप्पा मोरया माँ गौरा का बेटा लाडला
जिनकी छवि न्यारी है मुश्क सवारी है
भक्तो को तारने की हरदम तैयारी है
मोतियन की माला जिनके गले में विराजी है
हाथ लडुवन का काल जो भगाती है
सबको शक्ति देता है सबको मुक्ति देता है
रिद्धि देता सिद्धि देता देता है सौर्या
गणपति बप्पा मोरया मेरे भोले का बेटा लाडला
गणपति बप्पा मोरया माँ गौरा का बेटा लाडला
विघ्न विनायक भक्तो के पालक
पल में खुश हो जाते भोले के बालक है
जो भी उनके ध्याता है परम् सुख पाता है
शंकर सहानी इनकी शोभा सुनाता है
सबको शक्ति देता है सबको मुक्ति देता है
रिद्धि देता सिद्धि देता देता है सौर्या
गणपति बप्पा मोरया मेरे भोले का बेटा लाडला
गणपति बप्पा मोरया माँ गौरा का बेटा लाडला
15. श्री गणेश भजन लिरिक्स – एक दन्ता एक दन्ता तेरे पे अपुन का हक़ बनता
गणपति बाप्पा
मोरिया
हो तेरे दम से फैला उजाला,
गणपति बाप्पा मोरिया,
हो हम सब का है तू रखवाला,
गणपति बाप्पा मोरिया ।
हो तेरे दम से एक कदम से,
दुनिया तो हिल जाये,
हो मुश्किल में
मांगो जो दिल से,
सब कुछ मिल जाए ।
एक दंता एक दंता
तेरे पे अपुन का हक बनता,
हाँ एक दंता एक दंता
तेरे पे अपुन का हक बनता ।
हो तेरे दम से फैला उजाला,
गणपति बाप्पा मोरिया,
हो हम सब का है तू रखवाला,
गणपति बाप्पा मोरिया ।
हो तू मोहल्ले में हर साल आये,
सबके दिलों को तू मुस्काए,
हो ढोल तासे शहनाई बाजे,
तेरा डंका त्रिभुबन में गाजे ।
हो हंस के रख दे हाथ किसी पे,
दुनिया संवर जाए,
तेरी दुआ से खली झोली,
खुशियों से भर जाए ।
एक दंता एक दंता
तेरे पे अपुन का हक बनता,
हाँ एक दंता एक दंता
तेरे पर अपुन का हक बनता ।
हो तेरे दम से फैला उजाला,
गणपति बाप्पा मोरिया,
हो हम सब का है तू रखवाला,
गणपति बाप्पा मोरिया ।
हो गौरी माँ का है तू दुलारा,
शिव शम्भु की आखों का तारा,
देवा तेरी मुसक सवारी,
रिद्धि सिद्धि है तेरी नारी ।
शुभ और लाभ है बेटे तुम्हारे,
सबको मन भाये,
देख ले जो मूरत तेरी,
भक्त ही बन जाए ।
एक दंता एक दंता
तेरे पे अपुन का हक बनता,
हाँ एक दंता एक दंता
तेरे पर अपुन का हक बनता ।
हो तेरे दम से फैला उजाला,
गणपति बाप्पा मोरिया,
हो हम सब का है तू रखवाला,
गणपति बाप्पा मोरिया ।
16. श्री गणेश भजन लिरिक्स – देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
ज्वाला सी जलती हैं आँखो मे जिसके भी
दिल मे तेरा नाम है
परवाह ही क्या उसका आरंभ कैसा है
और कैसा परिणाम है..ऐ..
धरती अंबर सितारे, उसकी नज़रे उतारें
डर भी उससे डरा रे, जिसकी रखवालियारे
करता साया तेरा
हे देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा..
हो ओ तेरी भक्ति तो वरदान है
जो कमाए वो धनवान है
बिन किनारे की कश्ती है वो..
देवा तुझसे जो अन्जान है
यूँ तो मूषक सवारी तेरी
सब पे है पहेरेदारी तेरी
पाप की आँधिया लाख हो
कभी ज्योती ना हारी तेरी..
अपनी तकदीर का वो
खुद सिकंदर हुआ रे
भूल के ये जहां रे
जिस किसी ने यहाँ रे
साथ पाया तेरा
हे देवा, श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा..
होओ.. तेरी धूलि का टीका किए
देवा जो भक्त तेरा जिए
उसे अमृत का है मोह क्या..
हँस के विष का वो प्याला पिए
तेरी महिमा की छाया तले
काल के रथ का पहिया चले
एक चिंगारी प्रतिशोध से
खड़ी रावण की लंका जले
शत्रुओं की कतारें, एक अकेले से हारे
कण भी परबत हुआ रे
श्लोक बनके जहाँ रे
नाम आया तेरा, हे देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा..
गणपति बप्पा मोरया
(त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बन्धु सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देवा)-2
अचुतम केशवं रामा नारायणं
कृष्णा देमोदरम वाशुदेवं हरीम
श्रीधरम माधावुम गोपिका वल्लभं
जानकी नायकम रामचंद्रम भजे
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे
हरे कृष्णा हरे कृष्णा
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे
हरे कृष्णा हरे कृष्णा
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
17. श्री गणेश भजन लिरिक्स – शंकर जी का डमरू बाजे
शंकर जी का डमरू बाजे
पार्वती का नंदन नाचे
बर्फीले कैलाशिखर पर,
जय गणेश की धूम
ओ जय हो…
शंकर जी का डमरू बाजे
पार्वती का नंदन नाचे
बर्फीले कैलाशिखर पर,
जय गणेश की धूम
नाचे धिन धिन धिन्तक धिन
नाचे धिन धिन, नाचे धिन धिन,
धिन्तक धिन्तक नाचे
मनमोहक, मनभावन, नटखट
मूषक गण भागे सरपट
विघ्न विनायक, संकट मोचन
वक्रतुंड कजरारे लोचन
झूमे गए बल गणेश
भक्तजनो की कटे कलेश
नाचे धिन धिन धिन्तक धिन
नाचे धिन धिन, नाचे धिन धिन,
धिन्तक धिन्तक नाचे
सुनकर इतना ज्यादा शोर,
पार्वती आई उस और
डरकर माता उमा के आगे,
दुम दबाकर मूषक भागे
पर अपनी धुन में मस्त गजानन
थिरक रहे है भूलके तन मैं
गणपति बाप्पा मोरया,
मंगल मूर्ति मोरया
18. श्री गणेश भजन लिरिक्स – गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
शरणम गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
शरणम वाघीसा
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
वाघीसा शरणं शरणं वाघीसा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
शरणम सारेशा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
सारेशा शरणं शरणं सारेशा
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
शरणम गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
गणेश शरणं शरणं गणेश
शरणं गणेश शरणं गणेश…
19. श्री गणेश भजन लिरिक्स – विघ्न विनाशक नमो नमः
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
विघ्न विनाशक नमो नमः
गणपति बाप्पा मोरिया,
20. श्री गणेश भजन लिरिक्स – मंगल मूर्ति विघ्न विनाशक
मंगल मूर्ति विघ्न विनाशक
प्रथमे पूजे जाये
पारवती के लाडले
जो शंकर पूत कहाए
शंकर पूत कहाए गजानन
कितना सुन्दर नाम है प्यारा
गणपति और गणेश प्रभु जी
गिरिजा नन्दन नाम तुम्हारा
लडूवन का तुम भोग लगाओ
मुसक आपका वाहन प्यारा
पारवती के लाडले
मन में करो उजारा
बोलो मंगल मूर्ति भगवान की
जय
बोलो गणपति गणेश महाराज की
जय
जय हो
जय हो
मंगल मूर्ति मोर्या
गणपति बप्पा मोर्या
मंगल मूर्ति मोर्या
गणपति बप्पा मोर्या
मंगल मूर्ति गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
मंगल मूर्ति गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
सब सुख दाता गौरी लाला
जग के पलक गौरी लाला
मंगल मूर्ति गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
सब सुख दाता गौरी लाला
जग के पलक गौरी लाला
पार्वती की आँख के तारे
रिधि सिद्धि के प्राण प्यारे
पार्वती की आँख के तारे
रिधि सिद्धि के प्राण प्यारे
अंधियारे में करो उजाला
अंधियारे में करो उजाला
मंगल मूर्ति गौरी लाला ओ…
मंगल मूर्ति मोर्या
गणपति बप्पा मोर्या
मंगल मूर्ति मोर्या
गणपति बप्पा मोर्या
ज्ञान और बुद्धि के तुम दाता
भाग्य रेख के आप विधाता
ज्ञान और बुद्धि के तुम दाता
भाग्य रेख के आप विधाता
खोलो मेरे मन का ताला
खोलो मेरे मन का ताला
मंगल मूर्ति गौरी लाला ओ…
मंगल मूर्ति गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
सब सुख दाता गौरी लाला
जग के पलक गौरी लाला
ओ…
मात पिता की पूजा किन्ही
सब को यही शिक्षा दिन्ही
मात पिता की पूजा किन्ही
सब को यही शिक्षा दिन्ही
पहली गुरु है मात तुम्हारी
पहली गुरु है मात तुम्हारी
पिता तुम्हारा है रखवाला
मंगल मूर्ति मोर्या
गणपति बप्पा मोर्या
मंगल मूर्ति मोर्या
गणपति बप्पा मोर्या
मंगल मूर्ति गौरी लाला
विघ्न विनाशक गौरी लाला
सब सुख दाता गौरी लाला
जग के पलक गौरी लाला
21. श्री गणेश भजन लिरिक्स – देवा हो देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कौन
देवा हो देवा गणपति देवा
तुमसे बढ़कर कौन स्वामी तुमसे बढ़कर कौन
और तुम्हारे भक्तजनों में हमसे बढ़कर कौन
अदभुत रूप है काया भारी महिमा बड़ी है दर्शन की
बिन मांगे पूरी हो जाये जो भी इच्छा हो मन की
गणपति बाप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया
देवा हो देवा गणपति देवा
छोटी सी आशा लाया हु छोटे से मन में दाता
मांगने सब आते है पहले सच्चा भक्त ही है पाता
गणपति बाप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया
देवा हो देवा गणपति देवा
एक डाल के फूलो का भी अलग अलग है भाग्य रहा
दिल में रखना डर उसका मत भूल विधाता जाग रहा
गणपति बाप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया
देवा हो देवा गणपति देवा
भक्तो की इस भीड़ में भीड़ में बगुला भगत भी मिलते है
भेस बदलकर के भक्तो का जो भगवान को छलते है
गणपति बाप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया
देवा हो देवा गणपति देवा
22. श्री गणेश भजन लिरिक्स – ओ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
फ़िल्मी तर्ज – तेरे होठो के दो फुल प्यारे प्यारे
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
भोले बाबा जी की आँखों के तारे
प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
तेरी काया कंचन कंचन, किरणों का है जिसमे बसेरा
तेरी सूंड सुंडाली मूरत, तेरी आँखों मे खुशियों का डेरा
तेरी महिमा अपरम्पार, तुझको पूजे ये संसार
प्रभु अमृत रस बरसा जाना – आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
प्रभु भजन तुम्हारे गाएं सबसे पहले हम तुमको मनाएं
धुप दीपो की ज्योति जलाएं, मन मंदिर मे झांकी सजाएं
मेरे भोले भगवान, दे दो भक्ति का दान
प्रभु नैया पार लगा जाना – आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
मेरे विधन विनाशक देवा, सबसे पहले करें तेरी सेवा
सारे जग मे आनंद छाया, बोलो जय जय गजानंद देवा
बाजे सुर और ताल, तेरा गुण गाये संसार
घुंघरू की खनक खनक जाना – आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
भोले बाबा जी की आँखों के तारे
प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
23. श्री गणेश भजन लिरिक्स – गजानन महाराज पधारो किर्तन की तैयारी है
प्रथम मनाये गणेश के
ध्याऊ शारदा मात
मात पिता गुरु प्रभु चरण मे
नित्य नमाऊ माथ
गजानंद महाराज पधारो
कीर्तन की तैयारी है
आओ आओ बेगा आओ
चाव दरस को भारी है
थे आवो ज़द काम बणेला
था पर म्हारी बाजी है
रणत भंवर गढ़ वाला सुणलो
चिन्ता म्हाने लागि है
देर करो मत ना तरसाओ
चरणा अरज ये म्हारी है
गजानन्द महाराज पधारो
रीद्धी सिद्धी संग आओ विनायक
देवों दरस थारा भगता ने
भोग लगावा ढोक लगावा
पुष्प चढ़ावा चरणा मे
गजानंद थारा हाथा मे
अब तो लाज हमारी है
गजानन्द महाराज पधारो
भगता की तो विनती सुनली
शिव सूत प्यारो आयो है
जय जयकार करो गणपति की
म्हारो मन हर्शायो है
बरसेंगा अब रस कीर्तन मे
भगतौ महिमा भारी है
गजानन्द महाराज पधारो
गजानंद महाराज पधारो
कीर्तन की तैयारी है
आओ आओ बेगा आओ
चाव दरस को भारी है
24. श्री गणेश भजन लिरिक्स – जय गणेश जय महादेवा
चिराग दिल के जलाओ बहुत अंधेरा है
मेरे भी घर आओ बहुत अंधेरा है
जीने का सबक सीखा है
बाबा के फकीरों से
तकदीर झलकती है
हाथों की लकीरों से
कह दिया कह दिया कह दिया,
कह दिया कह दिया कह दिया,
मैंने मेरे दिल जो था वो सब कह दिया।
तू है मेरा पिया तू है मेरा पिया,
तू है मेरा पिया तू है मेरा पिया,
कह दिया कह दिया कह दिया,
मेने मेरे दिल जो था वो सब कह दिया
जय गणेश जय महादेवा
जय गणेश जय महादेवा,
दुखियन पे कृपा करो
करे तेरी सेवा जय गणेश…
जो पार करे नईया वो पारवती मईया
जो भाग्य बनाता है महादेव कहलाता है
माँ बाप के दिल को जो शख्स दुखाता है
दुनियाँ मे मजे कर ले वहाँ पर नरक मे जाता है
माता जाकी पारवती पिता महादेवा
जय गणेश…
बहुत दूर से आया हूँ मै झोली खाली लाया हूँ मै
बाबा मेरी आस ना तोडो इस निर्धन से मुँह तो
ना मोडो मैने तेरा नाम लिया है अपने दिल को
तेरे नाम किया है आँख से आँसु झलक रहे है
तेरे चरनों मे तडप रहे है इनको छूकर पावन
कर दो मुझको भी बाबा सदा सुहागन कर दे
माता जाकी पारवती पिता महादेवा
जय गणेश…
माता जाकी पार्वती
जो पार करे नैया वो पार्वती मैया
जो भाग्य बनाता है महादेव कहलाता है
माता जाकी पार्वती माता जाकी पार्वती
पिता महादेवा,
जय गणेश जय महादेवा।।
ओम नमो नमो नमो नमो नमो
ओम नमो नमो नमो नमो नमो
कोई लाया फूल यहाँ, कोई लाया फूल यहाँ,
कोई लाया फूल की माला –
में निर्धन हूँ,
मैं क्या लाऊँ , में तेरे नाम का खाउँ,
कोई लाया फूल यहाँ
कोई लाया मेवा,
जय गणेश जय महादेवा।।
ओम नमो नमो नमो नमो नमो
ओम नमो नमो नमो नमो नमो